amazing temple of lord Shiva | चमत्कार ...

दोस्तों एक गांव में एक आदमी रहता था वह बहुत अच्छा था हमेशा दूसरों की मदद करता था और उसका दिल बहुत अच्छा था वह किसी का निरादर नहीं करता था अपने घर पर आए हुए मेहमानों को बहुत आदर पूर्वक भोजन करवाकर बेजता  था और वह प्रत्येक दिन ओम नमः शिवाय का जाप करता था वह भगवान शिव को दिल से बहुत मानता था और उनकी पूजा अर्चना किया करता था , उसके काम अच्छे थे यह देखकर भगवान भी उस पर बहुत प्रसन्न थे और भगवान् उसका हमेशा  साथ देते थे, उसके साथ उसके बच्चे उसकी पत्नी भी उसके साथ  भगवान की पूजा किया करते थे 1 दिन की बात है वह आदमी बहुत बीमार हो जाता है और उसके घर वाले उसको हॉस्पिटल में लेकर जाते हैं, जब वह उसे  हॉस्पिटल में लेकर जाते हैं, तो डॉक्टर उनको बताता है कि आपको अभी  दो लाख रुपए जमा करवाने पड़ेंगे ,अभी के अभी पैसे जमा करवा दो उसके बाद इनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ेगा ,लेकिन दोस्तों उनके पास इतने पैसे नहीं होते कि वह अभी के अभी जमा करवा दें तो वह बहुत घबरा जाते हैं वह सोचते हैं कि ऐसी स्थिति में सिर्फ एक भगवान ही हमारी मदद कर सकते हैं और उसकी पत्नी मन ही मन में ओम नमः शिवाय का जाप करने लगती  हैं ऐसा देखकर उसके बेटे को गुस्सा भी आता है कि हमारे साथ इतना बुरा हुआ है मेरा पिताजी मरने की हालत में है और मेरी मां फिर भी भगवान को ही पुकार रही है लेकिन इसके अलावा उनके पास कोई और रास्ता भी नहीं होता वह बहुत परेशान होकर हॉस्पिटल के बाहर खड़े हो जाते हैं तो कुछ देर बाद एक डॉक्टर उनको बुलाने के लिए आता है कि आपको अंदर बुला रहे हैं जब उसका बेटा अंदर जाता है तो वह बड़े  डॉक्टर से मिलता है और वह डॉक्टर बताता है कि तुम्हारे पिताजी का ऑपरेशन हो गया है और वह अब बिल्कुल ठीक है उनका ऑपरेशन बिल्कुल ठीक-ठाक हुआ है तुम्हें अब घबराने की जरूरत नहीं है कुछ समय बाद तुम्हारे पिताजी अच्छी तरह स्वस्थ हो जाएंगे तो वह मन ही मन में सोचता है कि जब मैं और मम्मी बाहर थे तो पैसे किसने दिए होंगे और कौन पैसे लेकर आया होगा ,वह  डॉक्टर से पूछते  है कि लेकिन हमने तो पैसे जमा नहीं करवाए थे तो आपने ऑपरेशन कैसे किया तो डॉक्टर ने  बताया कि मेरे पास एक आदमी आया था और उसने बताया  कि वह तुम्हारे पिताजी का दोस्त है और तुम्हारे पिताजी और वो हमेशा साथ रहते हैं तो वह पैसे देकर गया है और वह बोल रहा था कि अगर कोई पूछे तो उसका नाम महेश बता देना और जब वह ठीक हो जाएगा तो मैं अपने दोस्त से पैसे खुद ही ले लूंगा तो उनके घर वालों ने सोचा, कि चलो कोई होगा जो पैसे देकर गया होगा शायद हमें ना पता हो कोई पिताजी का दोस्त महेश हो तो  जब उसका पिताजी ठीक होकर घर आता है  उसका पुत्र  उसको पूछता  हैं कि  तुम्हारे मित्र ने तुम्हारे ऑपरेशन के पैसे दिए और वो तुम्हे  दोबारा मिलने नहीं आया तो उसने पूछा कि कौन से दोस्त ने पैसे दिए उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना नाम महेश बताया है और उन्होंने डॉक्टर को पैसे दिए थे और डॉक्टर को बोला था कि बाद में मैं मिलने आऊंगा तो पैसे ले लूंगा तो दोस्तों वह बताता है कि मेरा तो कोई भी दोस्त महेश नहीं है महेश नाम का मेरा कोई दोस्त नहीं है ना मै महेश नाम के किसी आदमी को जनता हूँ  तो दोस्तों  ऐसा सुनते ही उसकी पत्नी समझ जाती है कि जरूर खुद भगवान्  ने आकर हमारी मदद की है और उन्होंने ऑपरेशन के पैसे दिए हैं और जब बहुत जानने की कोशिश करने के बाद भी उन्हें कोई महेश नाम का आदमी नहीं मिलता और ना कोई पैसे वापस लेना आता है तो सभी परिवार वाले भगवान के सामने हाथ जोड़कर उनका शुक्रिया अदा करते हैं और बहुत खुश होते हैं कि कितनी मुश्किल की घड़ी में भगवान ने खुद आकर हमारी मदद की है तो दोस्तों इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर हम सच्चे मन से भगवान को याद करते हैं तो इस घोर कलयुग में भी भगवान हमारी मदद करने जरूर आते  है ,या किसी और इंसान के द्वारा हमारी मदद करते है लेकिन दोस्तों मदद जरूर करते है बस विश्वास होना चाहिए